संवाददाता दैनिक किरन: 2025 में संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने वाला है और इस अवसर पर भव्य तैयारियां की जा रही हैं। प्रशासन व अखाड़ा परिषद दोनों ही इस घटना के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। हालांकि, हाथरस मामले के बाद अखाड़ा परिषद ने ऐलान किया है कि इस बार महाकुंभ में फर्जी बाबाओं को एंट्री नहीं दी जाएगी। उनका मानना है कि इन फर्जी बाबाओं के कारण संत समाज को बदनामी हो रही है और संत समाज का आत्म सम्मान गिर रहा है।
इस निर्णय से समाज में विशेष रूप से संत समुदाय के बीच स्वागत किया गया है, क्योंकि यह एक प्रयास है फर्जी बाबाओं के खिलाफ लड़ाई में। महाकुंभ के इस अवसर पर संत समाज का साझा प्रयास है कि यह अवसर वास्तविक साधु-संतों के लिए हो, जिनका समाज में महत्वपूर्ण स्थान है।