
दैनिक किरनः प्रयागराज, 6 नवंबर 2025 प्रयागराज में स्मार्ट मीटर स्थापना और बिजली विभाग की चेकिंग प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोपों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने धुस्सा पावर हाउस परिसर में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। संगठन का कहना है कि स्मार्ट मीटर के नाम पर उपभोक्ताओं, विशेषकर गरीब किसानों और मजदूरों से अवैध वसूली और उत्पीड़न हो रहा है।
भाकियू के प्रदेश युवा प्रभारी अनुज सिंह ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर उपभोक्ताओं से ₹6100 तक वसूले जा रहे हैं, जबकि सामान्य मीटर की कीमत लगभग ₹1100 होती है। उनका आरोप है कि विभागीय अधिकारियों और निजी कंपनियों (जिसमें GMR और Adani समूह से जुड़े ठेकेदार शामिल बताए गए) द्वारा उपभोक्ताओं पर मीटर बदलवाने का दबाव बनाया जा रहा है।
भाकियू द्वारा लगाए गए प्रमुख आरोप इस प्रकार हैं—
बिल समय पर जारी न कर जबरन अधिक बिल भेजना
मीटर रीडिंग प्रक्रिया में ठेकेदारों को लाभ पहुँचाना
चेकिंग के दौरान कर्मचारियों की मिलीभगत से अतिरिक्त वसूली
बिना पूर्व सूचना के घरों पर टीम भेजकर मीटर बदले जाने का प्रयास
पुराने मीटरों को जानबूझकर खराब घोषित किया जाना
बिल जमा न होने पर लाइन काटने की धमकी देना
संगठन ने आरोप लगाया कि प्रयागराज क्षेत्र में पदस्थ SDO संदीप सिंह कासारी मसारी पर भी अवैध वसूली में संलिप्त होने का संदेह है और उनके स्थानांतरण व जांच की मांग की गई है।
भाकियू की प्रमुख मांगें:
पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पर तत्काल रोक।
विभागीय अधिकारियों एवं निजी कंपनियों की भूमिका की उच्चस्तरीय जांच।
उपभोक्ताओं से की गई कथित अवैध वसूली की धनराशि वापसी।
दोषी अधिकारियों का निलंबन एवं पारदर्शी जांच।
संविदा कर्मियों और लाइनमैनों की सुरक्षा एवं नौकरी स्थायित्व पर स्पष्ट नीति।
भाकियू ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार द्वारा मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी रूप ले सकता है।
— भाकियू प्रदेश युवा प्रभारी
अनुज सिंह, प्रयागराज



