दैनिक किरन प्रयागराज। हंडिया तहसील में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में अधिकारियों की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने 14 अधिकारियों और छह लेखपालों का एक दिन का वेतन रोकते हुए उनसे स्पष्टीकरण तलब किया है। डीएम ने स्पष्ट कहा कि जनसमस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि दिए गए स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाए गए तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डीएम वर्मा ने कहा कि शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण अनिवार्य है। उन्होंने राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य समेत सभी विभागों को जमीनी स्तर पर जांच कर समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही सड़क निर्माण और विकास कार्यों से जुड़ी मांगों को विभागीय कार्ययोजना में शामिल करने, प्रत्येक शिकायतकर्ता से फीडबैक लेने और निस्तारण पर संतुष्टि सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
उन्होंने चक मार्गों को अवैध कब्जों से मुक्त कराने और बिजली बिल संबंधी अनियमितताओं को दूर करने के लिए विशेष निर्देश भी दिए।
इन अधिकारियों का रोका गया वेतन
जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक (जिला ग्राम विकास अभिकरण), उप कृषि निदेशक, सहायक निबंधक (सहकारी समिति), जिला कृषि अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, परियोजना अधिकारी (डूडा), सहायक निदेशक मत्स्य, जिला विद्यालय निरीक्षक, महाप्रबंधक (जिला उद्योग केंद्र), बाल विकास अधिकारी-प्रतापपुर, क्षेत्रीय वन अधिकारी-हंडिया, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी-हंडिया और अधिशाषी अभियंता सिंचाई (नोडल) का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया गया है।
इसी प्रकार, छह लेखपालों का भी वेतन रोका गया है और उनसे भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।


