

दैनिक किरनः उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले में एक भावुक कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने यूपी पुलिस के मानवीय चेहरे को उजागर किया है। बीती रात हुई एक शादी केवल सामाजिक रस्म नहीं थी, बल्कि इंसानियत और संवेदनशीलता की मिसाल बन गई।
दरअसल, पीड़ित परिवार की बेटी की शादी तय थी, लेकिन करीब डेढ़ महीने पहले उसके इकलौते भाई की लुटेरों ने हत्या कर दी थी और घर में लूटपाट की थी। इस वारदात से भयभीत होकर दूल्हे पक्ष ने शादी से इनकार कर दिया। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
इस घटना की जानकारी जब यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश और गोण्डा पुलिस को हुई, तो उन्होंने इस बेटी की शादी की जिम्मेदारी खुद उठाने का फैसला किया। एसटीएफ, स्थानीय पुलिस, महिला आयोग और समाज के अन्य लोगों ने मिलकर न केवल शादी की व्यवस्था की, बल्कि रस्मों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
सीओ स्तर के अधिकारी और महिला पुलिसकर्मियों ने भाई-बहन की भूमिका निभाई, वहीं शादी का पूरा खर्चा एसटीएफ, गोण्डा पुलिस, महिला आयोग तथा ब्लॉक प्रमुख गुड्डू सिंह ने मिलकर उठाया। इस सराहनीय पहल की चारों ओर प्रशंसा हो रही है।
यह घटना इस बात की मिसाल है कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने वाली संस्था नहीं, बल्कि समाज का संवेदनशील प्रहरी भी हो सकती है। गोण्डा की यह शादी लंबे समय तक लोगों के दिलों में बनी रहेगी, एक नई उम्मीद और भरोसे के रूप में।