
चार दिन पहले टूंडला में रेलवे ट्रैक पर मिले युवक का शव बुधवार को गांव पहुंचा तो हड़कंप मच गया। पिता समेत परिजनों का आरोप है कि विरोधियों ने उसके पुत्र की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया है। घर वालों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने समझा-बुझाकर शव का अंतिम संस्कार कराया।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार को प्रयागराज के बहरिया क्षेत्र के सेंहुआडीह (कुन्दनपुर) निवासी लालचन्द्र के दो पुत्र उदयराज व सूरज सूबेदारगंज से देहरादून एक्सप्रेस से हरिद्वार जा रहे थे। रास्ते में उदयराज बाथरुम करने गया। जब काफी देर तक वापस नही लौटा तो उसका भाई सूरज उसे ढूंढने लगा। न मिलने पर पिता को सूचना दी। बाद में शुक्रवार को टूंडला में रेलवे ट्रैक पर उदयराज का शव पड़ा मिला।
शुक्रवार को ही पिता लालचंद्र ने पुलिस को सौंपे प्रार्थनापत्र में आरोप लगाया कि मेरा पुत्र उदयराज 4 जनवरी को 6 बजे से गायब है। आशंका है कि उसकी हत्या न कर दी गयी हो। उसने बताया कि 17 सितम्बर 2024 को सुबह 4 बजे मेरे पुत्र को परिवार के कुछ लोगों ने ननिहाल ग्राम सिठौली थाना उतरांव से उठा लिया और मारते पीटते हुये घर लाकर जान से मारने की धमकी देते फरार हो गए।
लालचंद ने आरोप लगाया है कि मेरे पुत्र को गायब करवाने व हत्या करवाने में विपक्षी गणों का पूरा हाथ व षड़यंत्र है। घटना की सूचना पाकर मौके पर थानाध्यक्ष बहरिया महेश मिश्रा मय फोर्स, एसीपी फूलपुर पंकज लवानिया पहुंचे और परिजनों को आश्वासन देते हुए जांचों उपरांत कार्यवाही करने को कहा।

तीन माह पहले मृतक उदय राज के परिजनों ने आरोप लगाते हुये बहरिया थाने में लिखित तहरीर दिया था कि परिवार के कुछ लोगों ने मेरे पुत्र को ननिहाल से अगवा कर मारा पीटा था। वही दूसरे पक्ष ने भी आरोप लगाते हुये तहरीर दिया था कि मेरी पुत्री के साथ मृतक उदयराज ने छेड़खानी किया है। जिस पर बहरिया पुलिस ने दोनो पक्षो को समझाते हुये मृतक उदयराज व उसके साथी को 151 में जेल भेज दिया था जिसके बाद से तनातनी चल रही थी।


