
दैनिक किरनः इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता रामधारी सरोज के परिवार पर विपक्षी पक्ष द्वारा बेरहमी से हमला किए जाने का मामला सामने आया है। अधिवक्ता के अनुसार, उनकी बिटिया (लाल ड्रेस में), गर्भवती बहू और पत्नी को घर में घुसकर लाठी-डंडों, ईंट-पत्थरों से बुरी तरह पीटा गया। इस दौरान गर्भवती बहू के सिर पर गंभीर चोट आई, वहीं बेटी और पत्नी को भी सिर व गर्दन पर गहरी चोटें पहुंचीं।
पीड़ित अधिवक्ता का कहना है कि यह दूसरी बार हमला किया गया है और हमलावर घटना का वीडियो बनाकर फेसबुक पर वायरल कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि थाने पर दी गई तहरीर को चौकी इंचार्ज सौरभ यादव और सरायममरेज थाने के एसओ ने दबाव बनाकर बदलवा दिया तथा उनके बेटे को लॉकअप में डाल दिया।
रामधारी सरोज का कहना है कि लगभग 12 से 14 पुलिसकर्मी इस मामले में विपक्षियों के दबाव में मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं। घटना के बाद उनकी पत्नी, बेटी और गर्भवती बहू बेहोश हो गईं और उनकी हालत नाजुक है।
अधिवक्ता ने इस अमानवीय घटना पर समाज के सभी लोगों से संज्ञान लेने और न्याय दिलाने की अपील की है।


